रांची: झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू को स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने पलामू जिले में एक एनकाउंटर के दौरान ढेर कर दिया। पुलिस के मुताबिक, रायपुर जेल से रांची ले जाते समय चैनपुर के पास अमन ने एसटीएफ जवान से इंसास राइफल छीनकर भागने की कोशिश की। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने उसे मौके पर ही मार गिराया।
अमन साहू झारखंड में हत्या, रंगदारी, और जबरन वसूली सहित 100 से अधिक मामलों में वांटेड था। वह पहले नक्सली संगठन से जुड़ा था, लेकिन बाद में अपना गैंग बनाकर संगठित अपराध की दुनिया में कदम रखा।
गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल ने दी धमकी
अमन साहू के एनकाउंटर के बाद गैंगस्टर Lawrence Bishnoi भाई अनमोल बिश्नोई ने सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट किया। उसने लिखा, “अमन साहू हमारा भाई था, जल्द सबका हिसाब होगा।” इसके साथ ही उसने ‘जय बलकारी’ और ‘लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप’ का उल्लेख कर अपने इरादे स्पष्ट कर दिए।
अनमोल बिश्नोई पहले से ही मुंबई के बाबा सिद्दीकी हत्याकांड और सलमान खान के घर फायरिंग मामले में वांटेड है। अब अमन साहू की मौत के बाद उसकी धमकी सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक नई चुनौती बन गई है।
लॉरेंस बिश्नोई गैंग से था अमन साहू का संबंध
सूत्रों के मुताबिक, अमन साहू का गैंग सीधे तौर पर लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से जुड़ा था। वह लॉरेंस को शूटर सप्लाई करता था, बदले में उसे अत्याधुनिक हथियार मिलते थे। रायपुर के बिल्डर ऑफिस फायरिंग केस में भी उसका नाम आया था।
एनकाउंटर पर पुलिस का बयान
पलामू की एसपी रेशमा रमेशन ने बताया कि एनकाउंटर के दौरान अमन साहू ने जवानों पर हमला किया, जिसके बाद उसे मार गिराया गया। घायल एसटीएफ जवान राकेश कुमार को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
अमन साहू: नक्सली से गैंगस्टर बनने तक का सफर
अमन साहू रांची के मतबे गांव का रहने वाला था। 2013 में उसने अपना गैंग बनाया और झारखंड, छत्तीसगढ़, और बिहार में अपराध का नेटवर्क खड़ा किया। हाल ही में रायपुर पुलिस ने उसके चार गुर्गों को गिरफ्तार किया था।
अब पुलिस लॉरेंस बिश्नोई गैंग की धमकी को लेकर अलर्ट हो गई है। सुरक्षा एजेंसियां अनमोल बिश्नोई के पोस्ट का विश्लेषण कर रही हैं और गैंग के खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी में हैं।
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